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उत्तराखंड: केदारनाथ में भारी बारिश से 10 लोगों की मौत
उत्तराखंड राज्य आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने गुरुवार को बताया कि भारी बारिश के कारण केदारनाथ मार्ग पर कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है और कंक्रीट पुल तथा पैदल पुल क्षतिग्रस्त हो
गए हैं। मुख्य सचिव ने कहा, "चारधाम के सभी मार्ग खुले हैं, केवल केदारनाथ में पैदल मार्ग बाधित हुआ है। 100 अन्य मार्ग बाधित हैं, जिन्हें खोलने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।"
इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों की स्थिति का आकलन करने के लिए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।.
बैठक के दौरान सीएम धामी ने कहा कि बारिश के प्रभाव के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव दल रात भर सक्रिय रहे।
उन्होंने कहा, "हमें राज्य भर के कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त होने की सूचना मिली। नतीजतन, बचाव दल ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए रात भर काम किया।"
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वह स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया। बैठक के बाद सीएम धामी ने कहा, "
मैंने अधिकारियों को भारी बारिश से प्रभावित लोगों की सहायता करने और बढ़ती नदियों और नालों से खतरे में पड़े व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया है। सभी को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।"
उन्होंने यह भी बताया कि रामबाड़ा, भीमबली और जखनियाली जैसे गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव अभियान जारी है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, राहत एवं बचाव कार्यों, पुनर्निर्माण एवं पुनर्वास के लिए सुरक्षा की दृष्टि से जो भी धनराशि आवश्यक होगी, उसे सरकार तत्काल स्वीकृत करेगी। सभी जिलाधिकारियों को स्थानीय स्तर पर समन्वय स्थापित करने तथा किसी भी आपदा की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई करने, जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बिना किसी ढिलाई के कार्य करने के निर्देश दिए।
इससे पहले उत्तराखंड सरकार ने भी राज्य भर में भारी बारिश के पूर्वानुमान के बीच चारधाम यात्रा के तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा परामर्श जारी किया था। अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से मौसम की स्थिति में सुधार होने तक अपनी यात्रा स्थगित करने तथा सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने तीर्थयात्रियों एवं श्रद्धालुओं से सतर्क रहने तथा ब्रेक के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करने का आग्रह किया है। उन्होंने सुरक्षित स्थानों पर रहने तथा स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने के महत्व पर जोर दिया। डीजीपी ने कहा,
"मौसम विभाग ने उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है । आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।.