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एमपी: भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में इलाज के दौरान दो बाघ शावकों की मौत
मिडघाट ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आने से घायल हुए दो बाघ शावकों की राज्य की राजधानी भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में इलाज के दौरान मौत हो गई , एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार। शावकों को सीहोर जिले के बुधनी के मिडघाट ट्रैक से बचाया गया और वन विहार राष्ट्रीय उद्यान लाया गया , जहाँ एक शावक की मंगलवार सुबह और दूसरे की बुधवार को मौत हो गई।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि , "ट्रेन दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल दो बाघ शावकों को 16 जुलाई को मिडघाट रेलवे लाइन बुधनी से रेस्क्यू कर वन विहार राष्ट्रीय उद्यान लाया गया। दोनों बाघ शावकों का 17 जुलाई को वन्य-प्राणी चिकित्सक एवं अन्य चिकित्सकीय दल द्वारा विस्तृत स्वास्थ्य परीक्षण एवं एक्स-रे कराया गया। तद्नुसार, वन विहार के पशु चिकित्सक द्वारा विषय विशेषज्ञों के परामर्श से सतत उपचार किया जा रहा है।"
विज्ञप्ति में कहा गया है कि, "एक बाघ शावक की मंगलवार सुबह 30 जुलाई को मृत्यु हो गई थी तथा दूसरा बाघ शावक जो बहुत गंभीर रूप से घायल था, उसकी भी आज 31 जुलाई को मृत्यु हो गई।"
विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि गंभीर रूप से घायल उक्त दोनों बाघ शावकों को निगरानी में रखा गया था तथा विशेषज्ञों के परामर्श से उनका निरंतर उपचार किया जा रहा था।
लेकिन दोनों बाघ शावकों के पिछले हिस्से में गंभीर चोट तथा फ्रैक्चर होने के कारण उनका पिछला हिस्सा काम नहीं कर रहा था तथा बाघ शावक पर्याप्त मात्रा में भोजन तथा पानी नहीं ले रहे थे, जिसके कारण उनकी स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हो पा रहा था। बयान में कहा गया है कि बेहतर उपचार के बावजूद दोनों बाघ शावकों को बचाया नहीं जा सका। पोस्टमार्टम के बाद वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
में प्रोटोकॉल के अनुसार बाघ शावक का अंतिम संस्कार कर दिया गया ।.