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पीयूष गोयल ने लाओस में आसियान-भारत व्यापार परिषद के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने 21वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन आर्थिक मंत्रियों की बैठक के मौके पर व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों और विदेशी राजनयिकों के साथ विचार-विमर्श किया ।
मंत्री गोयल ने आसियान-भारत व्यापार परिषद (एआईबीसी) के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और भारत और आसियान देशों के बीच व्यापारिक जुड़ाव को मजबूत करने और विकास और सहयोग के नए रास्ते तलाशने पर चर्चा की।
मंत्री ने 21वीं आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की बैठक से पहले फिक्की के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
मंत्री गोयल ने फिक्की के नेतृत्व में भारतीय उद्योगों से आसियान व्यवसायों के साथ संबंधों को गहरा करने और आपसी विकास और समृद्धि के लिए इस क्षेत्र में भारत के निर्यात को बढ़ाने के अवसरों की तलाश करने का आग्रह किया।
साथ ही, मंत्री गोयल ने 12वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन आर्थिक मंत्रियों की बैठक के मौके पर स्विट्जरलैंड के आर्थिक मामलों के राज्य सचिवालय (एसईसीओ) हेलेन बुडलिगर आर्टिएडा के साथ चर्चा की।
बैठक के बाद पीयूष गोयल ने एक्स पर लिखा, "भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते की पूरी क्षमता को साकार करने में प्रगति पर चर्चा की। साथ ही, खाद्य प्रसंस्करण, मशीनरी और उपकरण, तथा हमारे व्यवसायों के लिए निवेश के अवसरों के साथ-साथ नवाचार में सहयोग की संभावनाएँ तलाशी गईं, जिसका उद्देश्य हमारे व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है।"
मंत्री पीयूष गोयल आज से शुरू होने वाली दो दिवसीय 21वीं आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों (एईएम-भारत) बैठक और 12वीं पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन आर्थिक मंत्रियों की बैठक (ईएएस ईएमएम) के लिए वियनतियाने, लाओस में हैं।
आसियान की अपने संवाद साझेदारों के साथ ये वार्षिक बैठकें इस वर्ष 2024 के लिए आसियान अध्यक्ष लाओस
द्वारा आयोजित की जा रही हैं । ईएएस ईएमएम में 10 आसियान देशों और आठ अन्य ईएएस साझेदारों - भारत, अमेरिका, रूस, चीन, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के आर्थिक मंत्री भाग ले रहे हैं।
एईएम-भारत बैठक में, मंत्री आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौते (एआईटीआईजीए) की समीक्षा के लिए वार्ता में प्रगति की समीक्षा करेंगे। एआईटीआईजीए की समीक्षा हमारी प्राथमिकता में उच्च है ताकि इसे व्यवसायों के लिए अधिक उपयोगकर्ता के अनुकूल, सरल और व्यापार सुविधाजनक बनाया जा सके। ईएएस ईएमएम में, मंत्री क्षेत्रीय और वैश्विक आर्थिक विकास पर विचार-
विमर्श करेंगे। भारत पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन मंच का संस्थापक सदस्य है, जो अगले साल अपने दो दशक पूरे कर रहा है मंत्री आसियान महासचिव और एशिया और प्रशांत क्षेत्र के लिए एक प्रमुख शोध संस्थान ईआरआईए के अध्यक्ष से भी मिलेंगे। मंत्री लाओ पीडीआर में भारतीय प्रवासियों के साथ भी बातचीत करेंगे और भारत के साथ-साथ आसियान से आने वाले उद्योग प्रतिनिधिमंडल से भी मिलेंगे।
भारत 1992 में आसियान में शामिल हुआ और 2022 में इसका व्यापक रणनीतिक साझेदार बन गया। आसियान भारत की एक्ट ईस्ट नीति के केंद्र में है, जिसकी घोषणा 2014 में माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने की थी। आसियान भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदारों में से एक है। पिछले दो लगातार वर्षों से आसियान भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा है।